मां के सपने को साकार करने बेटे ने उठाया कदम, नि:शुल्क शिक्षा देकर बच्चो का भविष्य सँवारने में लगा टिकरी , अर्जुन्दा का युवक.....

गुंडरदेही।अर्जुन्दा

मां के सपने को साकार करने बेटे ने उठाया कदम, नि:शुल्क शिक्षा देकर बच्चो का भविष्य सँवारने में लगा टिकरी , अर्जुन्दा का युवक.....

वामन साहू /  हर्ष गुप्ता  / डूलेश्वर डडसेना
अर्जुन्दा/मनुष्य के चरित्र निर्माण से लेकर संस्कार और भविष्य संवारने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। जिसके शुरुआत बच्चे की दुनिया में आने के साथ ही शुरू हो जाती है। एक अच्छा गुरु किसी की जिंदगी सवार देता है तो वही अच्छी शिक्षा नहीं मिलने से इंसान गलत रास्ते पर चले जाता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए टिकरी गांव के निखिल जोशी ने अपने गांव के बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया।

दरअसल निखिल की मां यशवंतीन जोशी का यह सपना था कि जब वह अच्छे से पढ़ लिख कर बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के साथ ही उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया अपनी मां के सपने को साकार करने के लिए उन्होंने अपनी मां के जाने के बाद भी उनकी यादों में यह निशुल्क शिक्षा प्रारंभ की है।

महिलाओं का मिला सहयोग

गांव के बच्चों को शिक्षित करने के लिए शुरूआत में निखिल ने तो अपने खुद के पैसे लगाए लेकिन बाद में निखिल के प्रयासों को देखकर गांव की महिलाओं ने भी सहयोग किया। निखिल ने बताया कि छात्रों के लिए शिक्षा दान से और कोई बड़ा दान नहीं है। कोरोना काल में सारे स्कूल और कॉलेज जब बंद हो गए थे तो निखिल की पाठशाला अनवरत चाल रही थी। लगातार चार माह से निस्वार्थ और निशुल्क शिक्षा देने वाले निखिल की कार्यशैली आज जन-जन में चर्चा का विषय बनी हुई है।

ऑनलाइन गेमिंग से लत छुड़ाने का प्रयास

निखिल का मानना है कि आज अधिकांश बच्चों के पास मोबाइल होता है जिसके कारण पब्जी फ्री फायर जैसे गेम की लत लग जाने के कारण वह पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते। जिसके चलते बच्चों का भविष्य अधर में ही लटक जाता है। यही कारण है कि निखिल अपने खुद के पैसे से प्रोजेक्टर खरीद कर डिजिटल तरीके से गांव के बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। जिसे देख     डुलेश्वर  डड़सेना, देवेंद्र साहू, हर्ष गुप्ता,  वामन साहू ,खेमराज साहू निधि, प्रिया, दिगेंद्र साहू,का भी भरपूर सहयोग रहा।

शिक्षा के अलावा खेलकूद और संस्कार का परोस रहे ज्ञान

टिकरी निवासी निखिल लगातार चार माह से शिक्षा के अलावा बच्चों में अच्छे संस्कार भरने का भी काम कर रहे हैं यही नहीं बल्कि शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए खेलकूद व्यायाम भी सिखाते हैं।

पर्यावरण के प्रति अटूट मोह

निखिल सहित उनके अन्य साथी पर्यावरण के प्रति काफी ज्यादा इसने है रखते हैं। इसी स्नेह के चलते हरदेव बाबा प्रांगण अर्जुंदा में हर रविवार को वृक्षारोपण और प्रांगण की साफ सफाई करते हैं ताकि लोग उन्हें देखकर अच्छी चीजों को सीख सके।