कोरोना की मार... गुटका, गुड़ाखु की अवैध दाम पर जमकर कालाबाजारी.. बेलगाम व्यापार पर प्रशासन करेगी कार्यवाही....
अर्जुन्दा।कालाबाजारी

वामन साहू / डुलेश्वर डड़सेना
अर्जुन्दा/अनलॉक होने के बाद गुटखा, गुड़ाखू, तंबाकू व अन्य पान मसाला उत्पाद लोगों को आसानी से मिलने लगा था। लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 4 दिन पहले जिले के कलेक्टर ने पूरे जिले भर में धारा 144 लागू कर दिया है। जिसके बाद अर्जुंदा नगर सहित अर्जुंदा तहसील में आने वाले आसपास के लगभग 30 गांव में गुटका और गुड़ाखू कालाबाजारी शुरू हो गई है। छोटे दुकानादारों में इन सामानों को खरीदने के लिए हाय तौबा मची हुई है। बाजार में सामान खरीदने पहुंचे गांव के एक चिल्लर दुकानदार ने बताया कि गुटखा-गुड़ाखू और सिगरेट जैसे उत्पादों के दाम रोज बढ़ रहे हैं और जो सामान आज मिल रहा है उसका कल मिलना तय नहीं है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के साथ अभी फिलहाल तो जिले में केवल धारा 144 लागू किया गया है लेकिन अगर संक्रमण और अधिक फैलता है तो नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसी स्थिति निर्मित तो हो सकती है। यही कारण है कि थोक व्यापारी अपने पास पहले से ही गुटका और गुड़ाखू का स्टाक जमा कर रखे हैं और थोड़ी मात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापारियों को अधिक दाम में देते हैं। मजबूरन छोटे व्यापारियों को भी अधिक दामों में ग्राहकों तक बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
प्रशासनिक कार्यवाही की आवश्यकता
जो गुटखा 4 दिन पहले 5 रुपए में मिलता था उसका दाम आज 7 रुपया हो गया है तो वही जो गुड़ाखू 5 रुपये में मिलता था उसका दाम आज बढ़कर 10 रुपए हो गया है। वह दिन दूर नहीं जब प्रशासनिक कार्यवाही के अभाव में कालाबाजारी करने वालों के हौसले इतने बुलंद हो जाएं की गुटका और गुड़ाखू के लिए 5 से 10 गुना तक दाम चुकाने पड़े। बाहर हाल गुटका और गुड़ाखू की कालाबाजारी करने वालों पर प्रशासनिक कार्यवाही की सख्त जरूरत है।