एबीवीपी का आज स्थापना दिवस विशेष... पूर्व कार्यकताओं की जुबानी कहा लाखों सामान्य युवाओं जीवन की दिशा बदल दी.. वर्तमान में तुस्टीकरण की राजनीति सबसे बड़ी चुनौती...

वामन साहू
हर व्यक्ति का छात्र जीवन उनके कैरियर के लिये महत्वपूर्ण होता विद्यार्थियों उस अपने जीवन को स्थापित करने की दिशा विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है.. और शिक्षा ही ऐसी शैली जो जिसका बीज उनके अंदर बोया जाए उनकी वट उसी प्रकार तैयार होता है ।
आज छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के स्थापना दिवस है जिसका उद्देश्य छात्र हित व राष्ट्र हित है। विद्यार्थी परिषद का नारा है - ज्ञान, शील और एकता। विद्यार्थी परिषद् आज 75 वर्षो का हो गया। परिषद अपने ध्येय राष्ट्रहित का समय-समय पर राष्ट्र की युवा पीढ़ी को राष्ट्रहित में सजग रखकर देश के प्रति अपने दायित्वों का बोध भी कराता है ।
गुंडरदेहीTIMES की टीम ने ABVP पूर्व कार्यकताओं से बात किया -
★ अविभाजित दुर्ग पूर्व जिला संयोजक तोमन साहू अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में कार्य करने के दौरान उनके जीवन में बड़ा और व्यापक परिवर्तन आया। उनके जैसा सामान्य व्यक्ति आज जो कुछ भी है, वह संगठन में मिले अनुभवों की वजह से है। तोमन साहू के मुताबिक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संपर्क में आकर उनके सामाजिक जीवन की दिशा बदली और उन्हें जीवन जीने के तरीके और प्रबंधन की तमाम शिक्षाएं मिलीं है ।
★ पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य छात्रनेता पंकज चौधरी ने बताया परिषद के कारण समाजिक गतिविधियों का शुरुआत हुआ। हमारे शिक्षा प्रणाली में किस प्रकार इतिहास को विकृत कर के अपने देश के युवाओं को अपने भारतीय संस्कृति से दूर रखकर भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता रहा है. इनकी वैचारिक लड़ाई उस वामपंथ से होती है जिसके आदर्शो में विदेशी ज्यादा है जैसे कार्लमार्क्स, चे ग्वेरा, लेनिन और भी न जाने कितने ऐसे नाम. इन्हें सबसे ज्यादा संघर्ष तुष्टिकरण के खिलाफ करना होता है ।
★ पूर्व कार्यसमिति सदस्य एवम बालोद जिला संयोजक मयंक अग्रवाल ने बताया विद्यार्थी परिषद में मेरे जीवन मे जो भी सकारात्मक परिवर्तन आये हैं, वो सभी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने से ही आए है।
★ पूर्व जिला संयोजक बालोद डिकेश चंद्राकर ने कहा राष्ट्र पुनर्निर्माण की इस यात्रा में जल्द हम उस पड़ाव पर होंगे जब कोई युवा अपने आप को पीछे नहीं पाएगा। हमारे संगठन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सामान्य लोगों की असामान्यता पर पूर्ण विश्वास करते है। लोगों को दिशा देने का काम आज विद्यार्थी परिषद कर रही है।
★ पूर्व नगर प्रचार प्रमुख की जिम्मेदारी निभा चुके विश्वजीत तिवारी ने बताया पढ़ाई के साथ कैरियर की चिंता करते उनके चेहरे पर सदा विजयी मुस्कान दिखती है और राष्ट्र के लिए कुछ कर गुजरने का एक सपना हमेशा आंखों में होता है.. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता हमेशा कहते हैं जो भारत और भारतीयता में ही अपना जीवन जीते हैं ।